सोशल मीडिया आज की तारीख में ज्यादातर लोगों की जिंदगी का अहम हिस्सा है। ताजा आंकड़ों को मुताबिक दुनियाभर में करीब 289 करोड़ लोग सोशल मीडिया पर मौजूद हैं। यह विश्व की कुल आबादी का करीब 39% है। तेजी से डिजिटल होती जा रही इस दुनिया में उनलोगों की अहमियत भी काफी बढ़ गई है जो सोशल मीडिया पर अपनी पहचान बनाने में सफल रहे हैं। इनमें सेलिब्रिटी के अलावा कई आम लोग भी शामिल हैं। इन्हें सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर कहा जाता है।
2006 में एक स्पॉन्सर्ड ब्लॉग के लिए औसतन 7.39 डॉलर मिलते थे
मार्केटिंग फर्म आइजिया के मुताबिक पिछले कुछ सालों में इन इनफ्लुएंसर्स की कमाई में कई गुना इजाफा हुआ है। बड़ी-बड़ी कंपनियां इन इनफ्लुएंसर्स से अपने प्रोडक्ट के बारे में पॉजिटिव पोस्ट करवाती हैं और बदले में इन्हें स्पॉन्सरशिप राशि देती है।
आइजिया के मुताबिक इंस्टाग्राम पर मौजूद इनफ्लुएंसर्स की कमाई पांच सालों में करीब 12 गुना बढ़ी है। 2014 में इंस्टाग्राम इनफ्लुएंसर्स को एक स्पॉन्सर्ड पोस्ट के लिए 134 डॉलर मिलते है। अब इसके लिए औसतन 1642 डॉलर मिलते हैं।
इसी तरह फेसबुक, यूट्यूब, इंस्टाग्राम और ब्लॉग की स्पॉन्सरशिप राशि में हालिया वर्षों में बड़ा इजाफा हुआ है। 2006 में एक स्पॉन्सर्ड ब्लॉग के लिए औसतन 7.39 डॉलर मिलते थे। अब एक ब्लॉग के लिए औसतन 1442 डॉलर मिलते हैं।
यूट्यूब वीडियो की स्पॉन्सरशिप सबसे महंगी है। इसमें भी 5 सालों में 16 गुना की बढ़ोतरी हुई है। 2014 में यूट्यूब इनफ्लुएंसर्स को एक स्पॉन्सर्ड वीडियो कंटेंट के लिए 420 डॉलर मिलते थे।
2019 में यह आंकड़ा 6700 डॉलर तक पहुंच गया है। यूजर्स की संख्या के लिहाज से फेसबुक दुनिया का सबसे लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है।
फेसबुक इनफ्लुएंसर्स को 2014 में एक पोस्ट के औसतन 8 डॉलर मिलते थे। अब इन्हें औसतन 395 डॉलर मिलते हैं। ट्विटर एनफ्लुएंसर्स को 2014 में एक ट्वीट के लिए 29 डॉलर मिलते थे। अब 422 डॉलर मिलते हैं।
आइजिया ने रिपोर्ट में कहा है कि पिछले एक साल में इनफ्लुएंसर्स के स्पॉन्सर्ड पोस्ट में 150% की बढ़ोतरी हुई है। साल 2020 तक इनफ्लुएंसर मार्केट 100 करोड़ डॉलर का हो जाएगा।
फॉलोअर्स की संख्या और शोहरत से तय होती है कमाई
सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर्स की कमाई उनके फॉलोअर्स/सब्सक्राइबर्स की संख्या और शोहरत से तय होती है। भारत में फिल्म सितारे और स्टार क्रिकेटर्स की मांग ज्यादा हैं। इनके अलावा कई ऐसे इनफ्लुएंसर्स भी हैं जो सोशल मीडिया पर ही स्टार बने हैं। यूट्यूब पर आम तौर पर एक लाख सब्सक्राइबर होने पर स्पॉन्सरशिप मिलनी शुरू हो जाती है। फेसबुक पेज, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर भी कम से कम इतने सब्सक्राइबर की जरूरत होती है।